Kidney Stones : यैरो से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India
- Oct 6, 2023
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गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है, जो अनेक लोगों को प्रभावित करती है। यह पथरी गुर्दे में उपस्थित होती है और व्यक्तियों को पीड़ा और असहजता महसूस होती है। कई तरह के इलाज उपलब्ध हैं, जिसमें से एक यैरो (लीथोत्रिप्सी) है।
लीथोत्रिप्सी क्या है?
लीथोत्रिप्सी, जिसे यैरो से गुर्दे की पथरी का इलाज भी कहा जाता है, एक प्रकार की उपचार प्रक्रिया है जिसमें उच्च तरंग ध्वनियों का उपयोग किया जाता है पथरी को छोटे टुकड़ों में तोड़ने के लिए।
कैसे काम करता है?
पूर्व-प्रक्रिया परीक्षण: पहले चरण में, डॉक्टर अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे या सीटी स्कैन जैसी जांचों का उपयोग करके पथरी का आकार, स्थान, और प्रकृति जानते हैं।
प्रक्रिया: जब पथरी का स्थान और आकार पता चल जाता है, तो मरीज को एक विशेष मेज पर लिए जाता है जिस पर वह लेटता है। ध्वनियों को सही दिशा में मार्गदर्शित करने के लिए एक डिवाइस उसके शरीर पर रखी जाती है। इस डिवाइस से उच्च तरंग ध्वनियाँ जारी होती हैं, जो पथरी पर प्रहार करती हैं और उसे छोटे टुकड़ों में तोड़ देती हैं।
पथरी का निकलना: ध्वनियों से पथरी के छोटे टुकड़े हो जाते हैं जिन्हें मूत्र मार्ग के माध्यम से बाहर निकाला जा सकता है।
लाभ:
संवेदनशील प्रक्रिया नहीं है: इस प्रक्रिया में कोई चीरा नहीं लगाया जाता है, जिससे संवेदना और संक्रमण का खतरा कम होता है।
कम समय में उपचार: प्रक्रिया कम समय लेती है और अधिकतर मरीज उसी दिन घर जा सकते हैं।
सावधानियाँ:
सभी पथरियों के लिए उपयुक्त नहीं: यदि पथरी बहुत बड़ी है या विषेष स्थान पर है, तो इसे तोड़ना मुश्किल हो सकता है।
साइड इफेक्ट्स: कुछ मरीजों को प्रक्रिया के बाद सूजन, रक्त मूत्र, या पीड़ा हो सकती है।
निष्कर्ष:
लीथोत्रिप्सी या यैरो से गुर्दे की पथरी का इलाज एक प्रमुख और प्रभावी तरीका है पथरी को दूर करने के लिए। यदि आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी है, तो डॉक्टर से सलाह लेने की सलाह दी जाती है।