गुर्दे की पथरी कई लोगों को परेशान करती है। यह पथरी तब बनती है जब गुर्दे में उपस्थित मिनरल्स और नमक जमा होकर ठोस अवस्था में बदल जाते हैं। पथरी का आकार एक चावल के दाने से लेकर गोल्फ बॉल तक हो सकता है। जब यह पथरी गुर्दे से बाहर निकलने की कोशिश करती है, तो वह दर्द और संवेदनशीलता पैदा कर सकती है।
शैलट्स से इलाज:
शैलट्स (lithotripsy) एक प्रकार की मेडिकल प्रक्रिया है जिसे गुर्दे की पथरी को तोड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। शैलट्स विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे की ध्वनियां शैलट्स और लेज़र शैलट्स।
1. ध्वनियां शैलट्स (Extracorporeal Shock Wave Lithotripsy - ESWL):
इस प्रक्रिया में ध्वनियां तरंगें पथरी पर प्रक्षिप्त की जाती हैं, जिससे पथरी
छोटे टुकड़ों में टूट जाती है। ये टुकड़े फिर स्वाभाविक रूप से पेशाब के साथ बाहर निकल जाते हैं।
2. लेज़र शैलट्स:
जब पथरी बड़ी होती है या एक कठिन स्थान पर स्थित होती है, तो लेज़र का इस्तेमाल करके पथरी को तोड़ दिया जाता है। लेज़र से उत्पन्न ऊर्जा पथरी को छोटे टुकड़ों में टूटती है।
प्रक्रिया:
रोगी को अधिकतर स्थानीय संवेदनहीनता दी जाती है ताकि वह प्रक्रिया में असहजता नहीं महसूस करे।
एक स्पेशल डिवाइस का इस्तेमाल करके ध्वनियां तरंगें पथरी पर फोकस की जाती हैं।
पथरी टूटकर छोटे टुकड़ों में बदल जाती है और यह टुकड़े फिर पेशाब के साथ शरीर से बाहर आ जाते हैं।
लाभ:
यह प्रक्रिया अधिकतर रोगियों के लिए सुरक्षित है।
इसे पूरा करने में ज्यादा समय नहीं लगता है।
शैलट्स से गुर्दे की पथरी का इलाज में चीरा नहीं लगाया जाता है, इसलिए रोगी को चीरा लगाने के संबंधित संक्रमण का खतरा नहीं होता।
रोगी को अस्पताल में अधिक दिनों तक नहीं रहना पड़ता है और वह जल्दी ही सामान्य जीवन की ओर वापस लौट सकता है।
सावधानियां:
कुछ रोगियों को ध्वनियां तरंगें से संबंधित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
कभी-कभी पथरी पूरी तरह से नहीं टूटती और दुबारा प्रक्रिया की जरूरत हो सकती है।
अंत में, शैलट्स से गुर्दे की पथरी का इलाज एक प्रमुख और प्रभावी तरीका है, जिससे पथरी को बिना किसी चीरा लगाए टूटकर निकाला जा सकता है। यदि आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को पथरी की समस्या हो, तो आपको अपने चिकित्सक से शैलट्स के बारे में सलाह लेनी चाहिए।