गुर्दे की पथरी, जिसे नेफ्रोलिथियासिस कहते हैं, एक आम समस्या है। यह तब होता है जब गुर्दे में अवशेष संचय होकर पथरी का रूप लेते हैं। सेज को एक प्राचीन घरेलू उपचार के रूप में माना जाता है गुर्दे की पथरी के लिए।
सेज:
सेज या अजवायन एक प्रकार का मसाला है जो भारतीय रसोई में आमतौर पर प्रयोग होता है। यह पौधा आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी उपयोग होता है कई रोगों के उपचार के लिए।
गुणधर्म:
शोधनात्मक: सेज में उपस्थित यौगिक, जैसे कि थायमोल, जो शोधनात्मक गुण वाले होते हैं, वह शरीर से अनावश्यक पदार्थों और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
प्रतिरोधक क्षमता: अजवायन में उपस्थित यौगिक शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
गुर्दे की पथरी में सेज का उपयोग:
प्रतिरोधक गुण: सेज के यौगिक जैसे कि थायमोल, शरीर के अंदर जमा हो रहे अवशेषों और क्रिस्टल्स को तोड़ने में मदद करते हैं, जो गुर्दे की पथरी का कारण बन सकते हैं।
मूत्र वर्धक: सेज मूत्र की प्रवृत्ति को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे पथरी के तुकड़े आसानी से बाहर आ सकते हैं।
दर्द निवारक: अजवायन के अंतिस्पास्मोडिक गुण गुर्दे की पथरी के दर्द को कम करने में मदद करते हैं।
सेज का प्रयोग:
अजवायन का काढ़ा: सेज के 1-2 छोटे चमच दाने को पानी में उबालें और इसे ठंडा होने दें। इस काढ़ा को दिन में 2-3 बार पीएं।
सेज और नमक: थोड़ी सी सेज और नमक को मिलाकर पानी में डालें और इसे पीएं।
सावधानियां:
सेज का अत्यधिक प्रयोग पेट की समस्याएं पैदा कर सकता है।
अगर आपको किसी भी प्रकार की असहजता महसूस हो, तो सेज का सेवन तुरंत बंद कर दें और चिकित्सक से सलाह लें।
निष्कर्ष:
सेज एक प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय है गुर्दे की पथरी के लिए। यदि आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी हो सकती है, तो सेज का प्रयोग कर सकते हैं। फिर भी, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि किसी भी घरेलू उपचार को अपनाने से पहले चिकित्सक से सलाह जरूर लें।