सेलेरी, जिसे हिंदी में अजमोदा भी कहते हैं, एक लोकप्रिय सब्जी है जिसे सलाद, सूप और अन्य विभिन्न पकवान में इस्तेमाल किया जाता है। इसकी हरी-हरी पत्तियों और तने में सेहत के फायदे छिपे होते हैं, जिसमें से एक गुर्दे की पथरी का प्राकृतिक इलाज भी शामिल है।
सेलेरी में क्या होता है जो यह इतना फायदेमंद है?
अंतिओक्सीडेंट: सेलेरी में अच्छा मात्रा में अंतिओक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में मौजूद हानिकारक फ्री रैडिकल्स से लड़ते हैं।
जलन और सूजन: सेलेरी में एंटी-इंफ्लैमेटरी गुण होते हैं, जिससे जलन और सूजन कम होती है।
उचित तरल पदार्थ की प्रदान: सेलेरी में 95% पानी होता है, जिससे शरीर को जरूरी तरलता मिलती है।
सेलेरी और गुर्दे की पथरी:
जब आपके मूत्र में मिनरल्स और अन्य तत्व जमा हो जाते हैं, तो गुर्दे की पथरी बन सकती है। सेलेरी इस प्रक्रिया को रोकने में मदद कर सकती है।
वाटर इंटेक: सेलेरी में अधिक मात्रा में पानी होता है, जिससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती और मूत्र अच्छे से बनता और बाहर निकलता है। इससे मूत्र में जमे हुए अनवांछित तत्व शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
अंतिओक्सीडेंट प्रॉपर्टी: सेलेरी के अंतिओक्सीडेंट गुण गुर्दों को सहायक होते हैं, जिससे वे सही से काम कर सकते हैं और पथरी का निर्माण रोका जा सकता है।
डायूरेटिक प्रॉपर्टी: सेलेरी डायूरेटिक प्रॉपर्टीज़ (मूत्र वर्धक गुण) के साथ आती है, जिससे अधिक मूत्र पैदा होता है और इससे अधिक तत्व शरीर से बाहर निकलते हैं।
उपयोग और सेवन:
यदि आप गुर्दे की पथरी से बचना चाहते हैं या इसे निकालना चाहते हैं, तो आपको नियमित रूप से सेलेरी का सेवन करना चाहिए। सेलेरी के जूस को पीना, सलाद में इसका इस्तेमाल करना या सेलेरी के ताजा पत्तियों को खाना सबसे अच्छा तरीका है।
सावधानियां:
हालांकि सेलेरी से बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ होते हैं, फिर भी कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है। अगर आप पहली बार सेलेरी का सेवन कर रहे हैं, तो ध्यान से और छोटी मात्रा में शुरू करें।
निष्कर्ष:
सेलेरी, गुर्दे की पथरी के निवारण और उससे बचाव में सहायक हो सकती है। फिर भी, यदि आपको लगता है कि आपको गुर्दे की पथरी है, तो आपको अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। वे आपको सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं।