Gurde Ki Pathri : केले की पत्तियाँ से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India

- Oct 20, 2023
- 2 min read
Updated: Oct 21, 2023
गुर्दे की पथरी समस्या की वजह से व्यक्ति को बहुत अधिक पीड़ा होती है। आधुनिक जीवनशैली, असंतुलित खान-पान और जीवन में तनाव इस समस्या के प्रमुख कारण हैं। यदि इसका समय पर इलाज नहीं होता है तो यह जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, लोग इस समस्या के प्राकृतिक और सांविदानिक इलाज की खोज में हैं।
भारतीय जड़ी-बूटीयों का इस्तेमाल प्राचीन समय से ही विभिन्न रोगों के उपचार में हो रहा है। केले की पत्तियों का भी आयुर्वेद में महत्वपूर्ण स्थान है। कहा जाता है कि केले की पत्तियाँ गुर्दे की पथरी के इलाज में उपयोगी होती हैं।
केले की पत्तियों के फायदे:
पेशाब की प्रवृत्ति को बढ़ावा देती है: केले की पत्तियों में डायूरेटिक गुण होते हैं, जो पेशाब की प्रवृत्ति को बढ़ावा देते हैं। जिससे पथरी के तुकड़े आसानी से बाहर निकल जाते हैं।
सूजन को कम करती है: केले की पत्तियों में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गुर्दे में सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
संक्रमण से बचाव: केले की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं, जो संक्रमण से बचाव में मदद करते हैं।
केले की पत्तियों से पथरी के इलाज का तरीका:
केले की पत्तियों को अच्छे से धोकर, उसे छोटे टुकड़ों में काट लें।
इन टुकड़ों को पानी में अच्छे से उबालें, जब तक पानी आधा न हो जाए।
इस पानी को छलने के बाद ठंडा होने दें।
इस पानी को रोज सुबह-शाम पीने से पथरी में आराम मिलता है।
फिर भी, अगर किसी को गुर्दे की पथरी की समस्या है, तो वह इस प्राकृतिक उपाय को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य ले। प्राकृतिक उपाय होते हुए भी कभी-कभी उसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं, इसलिए इसे सतर्कता से अपनाना चाहिए।
अंत में, जड़ी-बूटीयों और प्राकृतिक उपायों का महत्व नकारा नहीं जा सकता है। लेकिन उन्हें सही तरीके से और सोच-समझकर इस्तेमाल करना चाहिए।

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