top of page
Search

Gurde Ki Pathri : चना दाल से गुर्दे की पथरी का इलाज


Gurde Ki Pathri : चना दाल से गुर्दे की पथरी का इलाज

चना दाल भारतीय रसोई में एक प्रमुख दाल है जिसे विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में प्रयोग किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चना दाल के सेवन से गुर्दे की पथरी के इलाज में मदद मिल सकती है?


  1. चना दाल में पौष्टिकता: चना दाल में फास्फोरस, मैग्नीशियम, पोटैशियम, और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं। ये मिनरल्स गुर्दे के सही कार्यान्वित करने में मदद करते हैं और पथरी के रिस्क को कम करते हैं।

  2. पानी का संचार: चना दाल सेवन के समय ज्यादा पानी पीने से गुर्दे साफ होते हैं और इससे पथरी बनने की संभावना कम होती है।

  3. उचित मात्रा में सेवन: चना दाल का नियमित और संतुलित मात्रा में सेवन करने से गुर्दे स्वस्थ रहते हैं। अधिक मात्रा में दाल का सेवन करने से शरीर में उचित पोषण होता है जो पथरी के बनने के खतरे को कम करता है।

  4. अन्य सेवन: चना दाल के साथ अन्य सब्जियां और फल भी सेवन करने से गुर्दों की सफाई होती है और पथरी बनने के चांसेस कम होते हैं।


हालांकि, चना दाल का सेवन करने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:


  • यदि आप पहले से पथरी से पीड़ित हैं, तो आपको चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

  • चना दाल का सेवन तभी करें जब आपको इससे कोई एलर्जी न हो।

  • अधिक मात्रा में दाल का सेवन से अपच जैसी समस्या हो सकती है, इसलिए इसका सेवन संतुलित मात्रा में करें।


आखिरकार, चना दाल और अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थ सेवन करने से गुर्दे स्वस्थ रहते हैं और पथरी जैसी समस्या से बचाव होता है। हालांकि, किसी भी चिकित्सा सलाह से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।


 
 

​ सही समाधान चुनें ! ऑपरेशन से बचेंl 

30 MM

​तक पथरी का बिना ऑपरेशन पक्का इलाज 

Contact Us

WhatsApp.svg.png

9773756204

8800941664

© 2018 Bionexus Stone Research Centre, All Rights Reserved.

bottom of page