Gurde Ki Pathri : रागी से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India

- Oct 14, 2023
- 2 min read
गुर्दे की पथरी एक सामान्य समस्या है, जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। यह समस्या जब गुर्दे में छोटे पत्थर जैसे कठिन रूप में मिनरल्स जमा हो जाते हैं, तो होती है। ऐसी स्थिति में, प्राकृतिक उपाय अकेले ही बहुत प्रभावी हो सकते हैं। रागी ऐसा एक प्राकृतिक उपाय है जिसे गुर्दे की पथरी के इलाज में प्रयोग किया जा सकता है।
रागी, जिसे फिंगर मिलेट भी कहा जाता है, भारतीय खाद्य संस्कृति में प्रमुख स्थान रखता है। इसमें से फाइबर, मिनरल्स और विटामिन्स प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं। जब रागी का सेवन नियमित रूप से किया जाता है, तो यह गुर्दे की पथरी की संभावना को कम कर सकता है।
रागी के लाभ:
संतुलित पोषण: रागी में कैल्शियम, मैग्नीशियम और अन्य महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं जो गुर्दे को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
उचित जल संतुलन: रागी शरीर में सही जल संतुलन बनाए रखने में मदद करता है, जिससे पथरी की संभावना कम होती है।
फाइबर से भरपूर: रागी में फाइबर की उचित मात्रा होती है जो शरीर के अंदर अनावश्यक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है, जिससे पथरी का निर्माण रोका जा सकता है।
रागी का सेवन कैसे करें?
रागी को विभिन्न तरीकों से सेवन किया जा सकता है:
रागी का आटा: इसे पराठा, रोटी या दोसा के रूप में तैयार किया जा सकता है।
रागी की खिचड़ी: इसे चावल की तरह पकाकर खाया जा सकता है।
रागी का ड्रिंक: रागी का पाउडर पानी या दूध में मिलाकर पिने योग्य ड्रिंक तैयार किया जा सकता है।
अगर आप गुर्दे की पथरी से परेशान हैं या इससे बचना चाहते हैं, तो रागी का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यद्यपि, यह जरूरी है कि आप अपने चिकित्सक से सलाह लें और उनकी सलाह का पालन करें। रागी एक प्राकृतिक उपाय है और इसके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होते, लेकिन इसका सही तरीके से सेवन करना महत्वपूर्ण है।

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