Gurde Ki Pathri : रूइबोस टी से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India

- Oct 14, 2023
- 2 min read
गुर्दे की पथरी से पीड़ित होने पर व्यक्ति को अत्यधिक असहजता और दर्द का सामना करना पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए कई प्राकृतिक उपाय हैं, और उनमें से एक है रूइबोस टी। रूइबोस टी को अफ्रीका के एक वनस्पति, Aspalathus linearis से तैयार किया जाता है और इसमें कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
रूइबोस टी के गुण:
रूइबोस टी में उपस्थित एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को डिटॉक्सिफ़ाय करने में मदद करते हैं, जो अवशेष पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं और गुर्दे को साफ़ रखते हैं। इसके अलावा, यह टी पेशाब की मात्रा को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे अधिक पेशाब बनता है और इसके जरिए शरीर के अनवांछित पदार्थ बाहर निकलते हैं।
गुर्दे की पथरी में रूइबोस टी कैसे मदद करती है:
गुर्दे की पथरी अधिकतर मिनरल और नमक के जमाव के कारण बनती है। रूइबोस टी में पाये जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स और उसकी पेशाब बढ़ाने वाली प्रॉपर्टी के कारण यह टी इन जमाव को टूटने में मदद करती है। इसके अलावा, रूइबोस टी पेशाब में सी-सी का नियंत्रण करने में मदद करती है, जिससे पथरी का जोखिम कम होता है।
उपयोग कैसे करें:
रूइबोस टी बनाने के लिए एक चम्मच रूइबोस पत्तियों को एक कप पानी में डालें।
इसे उबालें और फिर 5-7 मिनट तक ढककर रख दें।
टी को छलना और गर्मा गरम पीने के लिए तैयार करें।
दिन में 2-3 बार इस टी का सेवन करें।
सावधानियां:
हालांकि रूइबोस टी से गुर्दे की पथरी में राहत मिल सकती है, लेकिन इसके सेवन से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें। अधिक मात्रा में रूइबोस टी का सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
निष्कर्ष:
रूइबोस टी गुर्दे की पथरी के उपचार में प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय के रूप में प्रतिष्ठित है। इसके सेवन से पथरी के जोखिम को कम किया जा सकता है और पहले से मौजूद पथरी को टूटने में भी मदद मिल सकती है। फिर भी, किसी भी उपचार को आजमाने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

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