Gurde Ki Pathri : वाटरक्रेस पत्तियाँ से गुर्दे की पथरी का इलाज
- Bionexus India

- Oct 20, 2023
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गुर्दे की पथरी आजकल कई लोगों में एक सामान्य समस्या बन गई है। यह समस्या अनेक कारणों से होती है, जैसे की अधिक नमक और प्रोटीन का सेवन, कम पानी पीना, जीनेटिक कारण इत्यादि। लेकिन प्राकृतिक चिकित्सा के अनुयायी मानते हैं कि वाटरक्रेस पत्तियों का सेवन गुर्दे की पथरी को घटाव में सहायक होता है।
वाटरक्रेस क्या है?
वाटरक्रेस एक पानी में उगने वाली हरी-हरी पत्तीदार सब्जी है, जिसे सलाद में भी प्रयुक्त किया जाता है। यह फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है और इसके सेवन से अनेक स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
वाटरक्रेस और गुर्दे की पथरी:
मूत्रसंचार को बढ़ावा: वाटरक्रेस में उपस्थित तत्व मूत्र की प्रवृत्ति को बढ़ावा देते हैं, जिससे शरीर में जमा तोय और अनवांछित पदार्थ बाहर निकलते हैं। इससे पथरी के बनने की संभावना कम होती है।
अंतिओक्सीडेंट गुण: वाटरक्रेस में विटामिन C और अन्य अंतिओक्सीडेंट्स की उचित मात्रा होती है, जो शरीर में फ्री रैडिकल्स को निष्क्रिय करते हैं। फ्री रैडिकल्स से शरीर के उत्सर्जित पदार्थों का संतुलन बिगड़ सकता है जो पथरी के बनने का कारण बन सकता है।
आलकलीन प्रोपर्टीज़: वाटरक्रेस की पत्तियाँ शरीर के एसिडिटी को कम करने में सहायक होती हैं। उचित pH संतुलन से पथरी का निर्माण रोका जा सकता है।
सेवन का तरीका:
वाटरक्रेस की पत्तियों को अच्छे से धोकर सलाद के रूप में सेवन किया जा सकता है। इसे स्मूदीज़ या जूस के रूप में भी पिया जा सकता है।
निष्कर्ष:
यदि आप गुर्दे की पथरी की समस्या से परेशान हैं, तो वाटरक्रेस की पत्तियों का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि, किसी भी प्राकृतिक उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। उनकी सलाह और निर्देशन में ही इसे सेवन करें ताकि आपको अधिकतम लाभ मिल सके।

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